Hello दोस्तो, स्वागत हैं आपका आज हमारी इस “CPR full form in hindi” की पोस्ट मे दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे की सीपीआर फुल फॉर्म क्या है, ये किस किस patient को देते है, इसके देने का तरीका क्या है तथा cpr किस condition में देना होगा आदि से जुडी basic जानकारी हम पढ़ते है,
जो आप को शायद नही पता हो अगर इस पोस्ट में कोई कमी है या आपका कोई सवाल जिसका उत्तर इस पोस्ट में नही मिला हो तो आप हमे उस सवाल को कॉमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं। तो चलिए दोस्तों हम full form of cpr के post के बारे में आगे पढ़ते हैं।
CPR full form in hindi
Cardiopulmonary resuscitation, कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन होता है।
CPR क्या होता है
CPR एक आपातकालीन स्थिति में प्रयोग की जाने वाली प्रक्रिया है, जो की किसी व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक जाने पर प्रयोग में ली जाती है।
CPR में बेहोश व्यक्ति को सांस दी जाती है चेस्ट के माध्यम से, जिससे फेफड़ो को ऑक्सीजन मिलती है, और सांस वापस आने तक heart की धड़कन सामान्य होने तक चेस्ट को बार बार दबाया जाता हैं। इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाले खून में सर्कुलेशन होता रहे।
अगर व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक गई है, तो उसे जल्द से जल्द CPR दे क्योंकि पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना शरीर की कोशिकाएं बहुत जल्द खत्म होने लगती है, जिससे ज्यादा नुकसान या फिर मौत भी हो सकती है।
CPR कब देना चाहिए
- अचानक गिर जाना
- बेहोश होना
- सांस की समस्याएं: सांस रुक जाना , या अनियमित हो जाना की स्तिथि में CPR की आवश्यकता होती है।
- Plus का रुक जाना : अगर व्यक्ति की plus bit नही कर रही है तो हो सकता है उसके heart ने काम करना बंद कर दिया हो ऐसे व्यक्ति को CPR देने की आवश्यकता हो सकती है।
- करंट लगने पर
- डूबना, धुएं के संपर्क में आने इन स्तिथियों में वायक्ति की प्लस व respiration जांच करे, अगर absent हो तो उसे CPR की आवश्यकता हो सकती है।
CPR केसे देते है
CPR में व्यक्ति की छाती को दबाना उसे मुंह से सांस देना शामिल है ,बच्चो में और बड़ो में CPR देने का तरीका थोड़ा अलग होता है।
बच्चों में CPR केसे देते है
1 साल से लेकर किशोरावस्था के बच्चो को CPR उसी तरह दिया जाता है जिस प्रकार बड़ो को दिया जाता है।
हालाकि 4 महीने से लेकर 1 साल तक के बच्चो को CPR देने का तरीका थोड़ा अलग है।
ज्यादातर नवजात शिशुओं को कार्डियक अरेस्ट होने का कारण होता है डूबना या दम घुटना।
अगर आपको पता की बच्चे की स्वास नली में रुकावट का कारण वह सांस भी नही ले पा रहा है तो दम घुटने पर किए जाने वाले first add का use करे, अगर ये कारण आपको नही पता है तो CPR शुरू करे।
शिशु की स्थिति को समझे उसे छूकर उसकी प्रतिक्रिया देखे लेकिन बच्चे को तेजी से हिलाए नही
अगर बच्चा कोई प्रतिक्रिया नही दे रहा है तो CPR शुरू करे।
बच्चे के पास घुटने के बल बैठे।
नवजात शिशुओं को CPR देने के लिए अपनी दो उंगलियों का इस्तेमाल करे उसकी chest को 15 बार press करे।
जब तक बच्चा सांस न लेने लगे तब तक बच्चे को CPR देते रहे।
बड़ो में CPR देने का तरीका
Chest को press करना
- व्यक्ति को एक समतल भूमि पर पीठ के बल लेटा दे।
- व्यक्ति के कंधे के पास घुटने के बल बैठ जाए
- अपनी एक हाथ की हथेली को व्यक्ति के चेस्ट के बीच में रखे दूसरे हाथ कि हथेली को पहले हाथ की हथेली के उपर रखे अपनी कोहनी को सीधा रखे और कंधो को व्यक्ति के चेस्ट के उपर सीध में रखे।
- अपने उपर के शरीर का वजन का इस्तेमाल करते हुए व्यक्ति की छाती को कम से कम 2इंच,5cm ओर ज्यादा से ज्यादा 2.5,6cm तक दबाए और छोड़ दे एक मिनट में 100से 120बार तक ऐसा करे।
- अगर आपको CPR देना नही आता है तो व्यक्ति के हिलने डुलने तक या मदद आने तक चेस्ट को press करते रहे।
- अगर आपको CPR देना आता है तो आपने 30बार व्यक्ति की छाती को press किया है तो उसकी cheen को उठाए जिससे उसका सिर पीछे की ओर जुकेगा ओर स्वास नली खुलेगी।
सांस देना
1. घायल व्यक्ति को सांस देने के दो तरीके होते है मुंह से मुंह में सांस देना और मुंह से नाक में सांस देना अगर व्यक्ति का मुंह बुरी तरह से घायल है और खुल नही सकता तो उसे नाक में सांस दिया जाता है।
2. व्यक्ति की cheen को उपर उठाए और मुंह से सांस देने से पहले व्यक्ति की नाक को बंद करे
3. पहले एक सेकंड के लिए व्यक्ति को सांस दे और देखे की क्या उसकी चेस्ट उपर उठ रही है तो फिर से दूसरी सांस दे ,अगर नही उठ रही है तो फिर से व्यक्ति की cheen उपर उठाए और सांस दे व्यक्ति को अधिक या बहुत अधिक जोर लगाकर उसको सांस न दे।
Q.1 सीपीआर फुल फॉर्म
Ans. कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन होता है।
Q.2 Cpr full form in hindi
Ans. Cardiopulmonary resuscitation, कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन होता है।
Q.3 Cpr full form in medical
Ans. Cardiopulmonary resuscitation
Q.4 सीपीआर कैसे देते हैं
Ans. CPR में व्यक्ति की छाती को दबाना उसे मुंह से सांस देना शामिल है ,बच्चो में और बड़ो में CPR देने का तरीका थोड़ा अलग होता है।
Q.5 सीपीआर परिभाषा
Ans. CPR में बेहोश व्यक्ति को सांस दी जाती है चेस्ट के माध्यम से, जिससे फेफड़ो को ऑक्सीजन मिलती है, और सांस वापस आने तक heart की धड़कन सामान्य होने तक चेस्ट को बार बार दबाया जाता हैं। इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाले खून में सर्कुलेशन होता रहे।
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