Sanskrit Chitra Varnan With 5 Examples

अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें अभी तक Sanskrit Chitra Varnan संस्कृत में कैसे लिखें, नहीं पता है तो आज हम आपको इस पोस्ट में chitra varnan (चित्र वर्णन) संस्कृत में कैसे करते है, वो बताएंगे। और साथ ही संस्कृत में चित्र वर्णन के 10 उदाहरण के संबंधित विस्तार से जानकारी भी देंगे।

दोस्तो आप पोस्ट को ध्यान से पढ़ें और समझे ताकि आप इस पोस्ट के माध्यम से आसानी से किसी भी चित्र का वर्णन संस्कृत में आसानी से कर पाए। वैसे तो संस्कृत में चित्र वर्णन कैसे करे या केसे लिखे, के ऊपर सारी जानकारी आसान भाषा में बताई है। आइए विस्तार से जानते है की chitra varnan क्या होता है।

आइए जान लेते है Sanskrit Chitra Varnan क्या होता है?

चित्र वर्णन (Chitra Varnan in sanskrit)– चित्र को देख कर चित्र में क्या दर्शाया गया है उसके आधार पर वर्णन करना चित्र वर्णन कहलाता है। चित्र में हो रहे कार्य को देख कर अभिवयक्त करना और चित्र में वाक्य व्याकरण के अनुसार उच्चारण शुद्ध होना चाहिए, वाक्य उच्चारण चित्र के अनुसार ही होना चाहिए।

Sanskrit Chitra Varnan करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:–चित्र वर्णन कैसे करे या केसे लिखे।

  1. चित्र वर्णन में वाक्य बनाते समय सरल शब्दों का चुनाव करना चाहिए।
  2. मंजूषा में दिए गए शब्दों के आधार पर जितना पूछा गया हो उतना ही वाक्यों में चित्र वर्णन करे।
  3. चित्र वर्णन में पहला वाक्य जिसका चित्र हो उसका बनेगा जैसे– मैदान, आंगन, खेत।
  4. चित्र वर्णन में दर्शाई गई वस्तु का ही वर्णन करने की कोशिश करे और चित्र के अतिरिक्त वाक्य का वर्णन नही करे।
  5. चित्र वर्णन करते समय सरल वाक्यों का प्रयोग करे कठिन वाक्य बनाने की कोशिश ना करे।
  6. चित्र में दर्शाए गए अनुसार ही वाक्यों का कर्म में लिखें।
  7. अस्ति व संति क्रिया का सही प्रयोग करे एक या एक से अधिक वस्तुओ के बारे में लिख रहे है तो। जेसे– चित्रे एक: छात्र: अस्ति।
  8. चित्र वर्णन में कभी भी चित्र के बाहर अनावश्यक बातों के बारे में नहीं लिखना चाहिए।
  9. चित्र में वस्तुओं के साथ यदि शब्द भी दिख रहे हैं हो तो उन सभी शब्दों का प्रयोग अपने वाक्य में करना चाहिए।
  10. चित्र वर्णन में वाक्य की रचना करते समय आप मुहावरों का भी प्रयोग कर सकते हैं।

Sanskrit Chitra Varnan की परिभाषा–

चित्र को देखकर उसके बारे में एक कहानी वक्त करना या किसी दृश्य को देखकर उसके बारे में वर्णन करना उसी को चित्र वर्णन कहते हैं।

Sanskrit Chitra Varnan चित्र वर्णन का प्रारूप:-

चित्र वर्णन हमेशा एक लाइन में नहीं करते हैं क्योंकि वह सही तरीका नहीं है, किसी भी चित्र वर्णन के लिए हमेशा एक वाक्य में एक ही वस्तु का वर्णन करना चाहिए, जिसे चित्र वर्णन समझना में तथा सुंदर लगे।

नीचे हमने इसका कुछ फॉर्मेट दिया है जिससे आप सीख सकते हैं

संस्कृत में चित्र वर्णन का प्रारूप

Chitra varnan in sanskrit with pictures.

1. Chitra varnan in sanskrit with pictures and answers

chitra varnan in Sanskrit

{ मंजूषा :- वृक्षाः , क्रीडनकैः , झूले , उद्यानस्य , बालकाः }

1. इदं चित्रं …………… अस्ति। = इदं चित्रं उद्यानस्य अस्ति।

2. अस्मिन् चित्रे …………… सन्ति। = अस्मिन् चित्रे बालकाः सन्ति।

3. चित्रे बहवः ………. सन्ति। = चित्रे बहवः वृक्षाः सन्ति।

4. चित्रे बालकाः …………… क्रीडन्ति। = चित्रे बालकाः क्रीडनकैः क्रीडन्ति।

5. अस्मिन् चित्रे बालकाः ……… उपविष्टाः सन्ति। = अस्मिन् चित्रे बालकाः झूले उपविष्टाः सन्ति।

2. Chitra varnan in sanskrit with pictures and answers

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मंजूषा :- बालकः , घटिका , गवाक्ष: , चन्द्रः , कक्षस्य }

1. इदं चित्रं ………… अस्ति। = इदं चित्रं कक्षस्य अस्ति।

2. चित्रे …………… सुप्तः अस्ति। = चित्रे बालकः सुप्तः अस्ति।

3. अस्मिन् चित्रे एकः ……….. अस्ति। = अस्मिन् चित्रे एकः गवाक्ष: अस्ति।

4. चित्रे ………… अपि अस्ति। = चित्रे घटिका अपि अस्ति।

5. ………. खिडकीद्वारा दृश्यते।चन्द्रः खिडकीद्वारा दृश्यते।

3. Chitra varnan in sanskrit with pictures and answers

chitra varnan sanskrit

मंजूषा :- छत्राणि , उद्यानस्य , वर्षा , नृत्यन्ति , बालकौ }

1. इदं चित्रं …………… अस्ति। = इदं चित्रं उद्यानस्य अस्ति।

2. अस्मिन् चित्रे ………. भवति। = अस्मिन् चित्रे वर्षा भवति।

3. अस्मिन् चित्रे द्वौ …………… दृश्यते। = अस्मिन् चित्रे द्वौ बालकौ दृश्यते।

4. चित्रे बालकानां …………… सन्ति। = चित्रे बालकानां छत्राणि सन्ति।

5. एतस्मिन् चित्रे बालाः ……………। = एतस्मिन् चित्रे बालाः नृत्यन्ति

4. Chitra varnan in sanskrit with pictures and answers

chitra varnan in Sanskrit class 9

मंजूषा :- मेघाः , वनस्य , रोपाः , पुरुषाः , हरितवर्णः }

1. एतत् चित्रं …………. अस्ति। = एतत् चित्रं वनस्य अस्ति।

2. चित्रे त्रयः …………. दृश्यन्ते। = चित्रे त्रयः पुरुषाः दृश्यन्ते।

3. चित्रे ………. रोपिताः सन्ति। = चित्रे रोपाः रोपिताः सन्ति।

4. आकाशे ……….. दृश्यन्ते। = आकाशे मेघाः दृश्यन्ते।

5. परितः …………… अस्ति। = परितः हरितवर्णः अस्ति।

5. Chitra varnan in sanskrit with pictures and answers

chitra varnan

मंजूषा :- मेजकुर्सीः , बालकाः , पुस्तकालय , पुस्तकानि , शान्तिवातावरणं }

1. इदं चित्रं पुस्तकालयस्य अस्ति। = यह चित्र पुस्तकालय का है।

2. चित्रे बालकाः पठन्ति। = चित्र में बालक पढाई कर रहे है।

3. अस्मिन् चित्रे अनेकानि पुस्तकानि सन्ति। = इस चित्र में अनेक पुस्तके है।

4. चित्रे मेजकुर्सीः अपि सन्ति। = चित्र में मेज़ कुर्सियां भी है।

5. पुस्तकालये शान्तिवातावरणं वर्तते। = पुस्तकालय में शांति का माहोल है।

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इस लेख में हमने संस्कृत में Sanskrit Chitra Varnan के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको बताई है, और साथ ही अक्सर chitra varnan kaise likhen के बारे में भी बताया और chitra varnan in Sanskrit में अकसर पूछे जाने वाले पर्श्नो के उत्तर भी दिए है हम आशा करते है आपको ये लेख अच्छा लगा होगा। अगर पोस्ट से संबंधित कोई सवाल जवाब है तो कमेंट करके जरूर बताए और भी अन्य जानकारी के लिए ezeestuff.in को जरूर फॉलो करे।

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